मुस्लिम समाज ने दिखाया आइना, मरीजों की जान बचाने आया पूरा समाज, जुटाया 350 यूनिट ब्लड अभी डानेशन जारी है
अब मुस्लिम समाज भी पीछे नहीं है। लोगो की बचाने के लिए समाज के युवा, महिलाएं आगे आई हैं। ऐसा करके युवाओं और महिलाओं ने समाज को आइना दिखाने का काम किया है। लोगों को रक्तदान के प्रति प्रेरित भी किया है। कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में समाज के लोगों ने करीब 350 यूनिट ब्लड एकत्र किया है। लक्ष्य 500 का है। अभी कनेक्शन जारी है।
जब पूरा प्रशासन जुटता है तब भी इतना ब्लड नहीं जुटा पाते
अकेले मुस्लिम समाज ने कर दिखाया ऐसा
रीवा। मुस्लिम समाज ने लोगों को आइना दिखाने का काम किया है। लोगों की जान बचाने के लिए कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। ताज्जुब तो यह है कि आयोजन कमेटी ने लक्ष्य 500 का रखा था लेकिन रजिस्ट्रेशन 700 से भी ऊपर पहुंच गया। लोगों ने कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में पहुंच कर बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और बिना घबनाए, बिना डरे ही रक्तदान किया। लोगों की जान बचाने के लिए एक बड़ा प्रयास किया गया। ऐसा यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के युवा और लोग रक्तदान करने के लिए सामने आए हो। इन जुनून और समर्पण से तो अब यही कहा जा सकता है कि लोगों के सोच और नजरिया बदल रहा है।
आपको बता दें कि इस रक्तदान शिविर का आयोजन आवाम फाउंडेशन ने किया था। इस शिविर का आयोजन ईद मिलादुन्नवी के अवसर पर किया गया है। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य आपसी भाइचारा को बढ़ावा देना और मुस्लिम समाज में रक्तदान को लेकर जो भी कुरीतियां है। उसे दूर करना है। मुस्लिम समाज को रक्तदान के प्रति जागरुक करना है। आवाम फाउंडेशन के अध्यक्ष रफीक हैदर खान ने बताया कि इस रक्तदान शिविर में युवाओं के साथ ही महिलाओं और पुरुषों ने भी हिस्सा लिया है। उनका 500 यूनिट का लक्ष्य है। इस रक्तदान शिविर के माध्यम से लोगों जागरुक करने की कोशिश की गई है। आवाम फाउंडेशन गरीबों की मदद के लिए बनी है। समाज में जो गरीबी और असाक्षरता है उसे दूर करने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को ही पूरा करना है।